Фатва туралы

Күні :

Fri, May 22 2015
Сұрақ

नास्तिक व्यक्ति की बुरी नज़र लग सकती है

क्या नास्तिक व्यक्ति दूसरों को बुरी नज़र लगा सकता है ?
Жауап
Жауап

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।

जी हाँ, काफिर (नास्तिक) की बुरी नज़र लग सकती है और इसका प्रमाण अल्लाह तआला का यह फरमान है :

﴿وإن يكاد الذين كفروا ليزلقونك بأبصارهم لما سمعوا الذكر ويقولون إنه لمجنون ﴾ [سورة القلم : 51]

“और क़रीब है कि (ये) काफिर (नास्तिक) अपनी निगाह से आप को फिसला दें, जब कभी क़ुरआन सुनते हैं और कह देते हैं कि यह तो यक़ीनी तौर से दीवाना है।” (सूरतुल क़लम : 51).

सुद्दी कहते हैं कि (आयत अर्थ यह है कि) : वे (काफिर) आप को अपनी नज़र लगा दें। तफसीर बग़वी 8/202.

इसी तरह इस बात पर नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के इस कथन का सामान्य अर्थ भी तर्क है : “नज़र लगना सच है।” इसे बुखारी (हदीस संख्या : 5740) और मुस्लिम (हदीस संख्या : 2187) ने रिवायत किया है।

शैख मुहम्मद सालेह अल मुनज्जिद